इश्क़ है या कुछ और ये पता नहीं, पर जो तुमसे है किसी और से नहीं!
मै कैसे कहू की उसका साथ कैसा है, वो एक शख्स पुरे कायनात जैसा है!
तेरा होना ही मेरे लिये खास है, तू दूर ही सही मगर मेरे दिल के पास है!
मुझे तेरा साथ ज़िन्दगी भर नहीं चाहिये, बल्कि जब तक तू साथ है तबतक ज़िन्दगी चाहिए!
तुझसे मोहब्बत कुछ अलग सी है मेरी, तुझे खयालो में नहीं दुआओ में याद करते है!
दिल दिया है आपको जान भी देंगे, रहो खुश हमेशा हम रब से दुआ करेंगे!
तू हज़ार बार भी रूठे तो मना लूँगा तुझे मगर देख मोहब्बत में शामिल कोई दूसरा ना हो
किस्मत यह मेरा इम्तेहान ले रही है तड़प कर यह मुझे दर्द दे रही है दिल से कभी भी मैंने उसे दूर नहीं किया फिर क्यों बेवफाई का वह इलज़ाम दे रही है
मरे तो लाखों होंगे तुझ पर मैं तो तेरे साथ जीना चाहता हूँ
मरे तो लाखों होंगे तुझ पर मैं तो तेरे साथ जीना चाहता हूँ
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